स्मार्टफोन की बढ़ती पॉपुलैरिटी की वजह से मार्केट में नकली फोन के साथ ही नकली एसेसरीज जैसे चार्जर, हेडफोन भी धड़ल्ले से बिक रही हैं। कुछ बेसिक Information के चलते हम रियल और फेक में डिफरेंस कर सकते हैं। ऐसे पहचानें सैमसंग के नकली चार्जर को...
1. चार्जर की पिन चैक करें
चार्जर खरीदते वक्त पिन चेक करें। फेक चार्जर में पिन ऊपर से लेकर नीचे तक एक जैसी होती है। जबकि ओरिजिनल में नीचे की ओर पिन थोड़ी अधिक मोटी होती है।
चार्जर खरीदते वक्त पिन चेक करें। फेक चार्जर में पिन ऊपर से लेकर नीचे तक एक जैसी होती है। जबकि ओरिजिनल में नीचे की ओर पिन थोड़ी अधिक मोटी होती है।
2. केबल से होती है पहचान
कई बार ऐसा भी देखा गया है कि यूएसबी चार्जर केबल फेक होती है, जबकि चार्जर सही होता है। डुप्लीकेट चार्जर में पोर्ट का रंग थोड़ा डार्क होता है, साथ ही यह ओरिजिनल से अधिक लम्बी होता है।
3. चार्जर पर बने प्रिंट को देखें
यदि चार्जर पर मेड इन चाइना लिखा है तो वह फेक है। साथ ही उस पर यदि A+ बना है तो समझ जाइए कि वह डुप्लीकेट चार्जर है।
4. लोगो देखें
चार्जर पर बने लोगो को ध्यान से देखें। फेक और रियल चार्जर में सबसे बड़ा अंतर लोगो से पकड़ा जा सकता है। नकली चार्जर में लोगो के ब्रांड की स्पेलिंग और मार्क में डिफरेंस मिलता है।
चार्जर पर बने लोगो को ध्यान से देखें। फेक और रियल चार्जर में सबसे बड़ा अंतर लोगो से पकड़ा जा सकता है। नकली चार्जर में लोगो के ब्रांड की स्पेलिंग और मार्क में डिफरेंस मिलता है।
5. गर्म होने लगता है चार्जर
डुप्लीकेट चार्जर को बार-बार चार्जिंग के लिए इस्तेमाल करने से यह जल्दी गर्म होने लगता है। जो कि ओरिजनल चार्जर में नहीं होता है।
No comments:
Post a Comment