Wednesday, 4 May 2016

6 वजहें: जानें, क्यों नहीं खरीदने चाहिए बहुत सस्ते स्मार्टफोन



हाल ही में कुछ भारतीय कंपनियों ने सस्ते स्मार्टफोन लॉन्च करके ग्राहकों का ध्यान खींचने की कोशिश की है। शुरुआत हुई फ्रीडम 251 से, जिसमें रिंगिंग बेल्स नाम की कंपनी ने इस फोन 250 रुपये में बेचने का दावा किया। यह दावा तो हवा-हवाई साबित होता दिख रहा है, मगर अब एक और नई कंपनी डोकॉस ने X1 नाम से स्मार्टफोन पेश किया है, जिसकी कीमत 888 रुपये रखी गई है।

कम कीमत में अगर स्मार्टफोन मिल रहा हो तो हर कोई खरीदना चाहेगा। मगर फिर भी इस तरह के स्मार्टफोन्स को खरीदने से पहले कुछ बातों पर ध्यान देना जरूरी है। आगे जानें, क्या वजहें हैं कि ऐसे फोन खरीदने से बचना चाहिए...

1. धोखाधड़ी की संभावना ज्यादा है

किसी भी स्मार्टफोन कंपनी के लिए इतने कम दाम पर स्मार्टफोन बनाना लगभग असंभव है। ज्यादा संभावना इस बात की है कि ऐसे ऑफर लाने वाले कम कीमत का झांसा देकर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करना चाहते हों।

250 रुपये हों या 888 रुपये, अपना पैसा उस चीज़ पर क्यों बर्बाद करना, जो संदिग्ध हो?

2. डिवाइस घटिया क्वॉलिटी का हो सकता है

इतना तो तय है कि इतनी कम कीमत पर आपको मेटल बॉडी वाला फोन नहीं मिलेगा। मगर इन स्मार्टफोन्स की बिल्ड क्वॉलिटी बहुत ही खराब होती है। ध्यान रहे कि हमें फ्रीडम 251 की जो टेस्ट यूनिट मिली थी, उसमें इस फोन को बनाने वाली कंपनी ADCOM का नाम लिखा हुआ था।
3. पुराना हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

यह तो तय है कि सस्ते स्मार्टफोन में पुरानी हो चुकी टेक्नॉलजी इस्तेमाल की गई होगी। जैसे कि डोकॉस X1 में कम रेजॉलूशन (800 x 480 पिक्सल्स) वाला डिस्प्ले, 4 जीबी इंटरनल मेमरी और वीजीए कैमरा लगा है। पुराने हार्डवेयर से आपका फोन बहुत खराब चलेगा। इससे तो कोई फीचर फोन खरीदना ठीक रहेगा।
 4. कोई अपडेट नहीं मिलेगा

फोन ठीक से चलता रहे, इसके लिए कंपनियां वक्त-वक्त पर अपडेट जारी करती हैं। इससे आपको सिक्यॉरिटी पैच और अन्य नए फीचर भी मिलते रहते हैं। मगर इन अनजान कंपनियों और उनके सस्ते स्मार्टफोन्स से ऐसी उम्मीद नहीं रखी जा सकती।
 5. सर्विस नहीं मिलेगी

जिस कीमत पर फ्रीडम 251 और डोकॉस X1 को लाया गया, यह लगभग तय है कि उनमें आज नहीं तो कल सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर की दिक्कत आनी ही है। मगर इन कंपनियों का सेल्स के बाद का सर्विस नेटवर्क है ही नहीं। ऐसे में आपका स्मार्टफोन फालतू की डिबिया बनकर रह जाएगा।
6. वॉरन्टी का भरोसा नहीं

फ्रीडम 251 और डोकॉस X1 की कीमत ही उतनी है, जितने में नामी स्मार्टफोन कंपनियां अपने फोनों की वॉरन्टी एक्टेंड करती हैं। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सस्ते फोनों वाली कंपनियां वॉरन्टी को लेकर कितनी गंभीर होंगी। एक बार खरीद लेने के बाद आप किससे संपर्क करेंगे?

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