Monday, 9 May 2016

कंप्यूटर को इन नामों से है दुश्मनी, आपको भी बदलना पड़ सकता है नाम!

क्या कभी आपने सोचा है कि आपका नाम भी आपके लिए सिरदर्द बन सकता है, जी हां, यदि कंप्यूटर चाहे तो ऐसा कर सकता है। इस दुनिया में कई ऐसे लोग है जिनके नाम कंप्यूटर को पसंद नहीं आते और वो उन्हें लिखते ही रिजेक्ट कर देता। आखिरकार कईयों को अपने नाम बदलने पड़े। यहां हम आपको ऐसे ही लोगों के बारे में बता सकते हैं जिनके नामों को कंप्यूटर ने एक्सेप्ट ही नहीं किया जिसकी वजह से कईयों ने अपने नाम भी बदले, लेकिन फिर भी कंप्यूटर ने उन्हें एक्सेप्ट नहीं किया।
 
1. अमरीका की जेनिफर नल
 
ये मोहतरमा जब किसी कंप्यूटर में अपना नाम डालती है तो मुसीबत आ जाती है। जेनिफर जैसे ही एयरलाइन टिकट कटाने के लिए अपना नाम भरती हैं तो कंप्यूटर कहता है कि अपना सरनेम डालिए। लेकिन अपना सरनेम भरते हुए जेनिफर के हाथ कांप जाते हैं, क्योंकि वो ही होने वाला है जो हमेशा से होता आया है, क्योंकि सरनेम डालते ही कंप्यूटर उन्हें रिजेक्ट कर देता है। ऐसा इसलिए होता है कि जेनिफर का सरनेम 'Null' है। कंप्यूटर की भाषा में इस शब्द का मतलब खाली यानी शून्य होता है। इसके जेनिफर कंप्यूटर के इस व्यवहार से दुखी होकर एयरलाइन के कॉल सेंटर फोन करती है तो वहां पर कोई उनकी बात का यकीन ही नहीं करता। जेनिफर के साथ यह मुसीबत यहीं खत्म नहीं होती बल्कि किसी भी सरकारी वेबसाइट जैसे टैक्स भरने वाली या फिर अपना पासपोर्ट अपडेट करने वाली वेबसाइट पर जाती है तो वहां भी उनके साथ ऐसा ही होता है।
 
2. अमरीका के हवाई की जेनिस
 
ऐसी ही परेशानी से अमरीका के हवाई में रहने वाली जेनिस जूझ रही है क्योंकि उनके सरनेम में 36 अक्षर थे और वहां की किसी भी सरकारी या प्राइवेट वेबसाइट में उनका नाम ही नहीं आता था। इसके लिए सरकार से गुहार लगाई तो बाद में अमरीकी सरकार ने लंबे सरनेम के लिए भी इंतजाम किया। ऐसे मामलों को कंप्यूटर की भाषा में एज केस या बेहद गैरमामूली मामले कहा जाता है।
 
3. पैट्रिक मैकेंजी
 
पेश से कंप्यूटर प्रोग्रामर पैट्रिक मैकेंजी कहते हैं कि ऐसे असामान्य मामलों के लिए कोई कंप्यूटर सिस्टम तैयार नहीं होता। क्योंकि उनकी प्रोग्रामिंग आम नामों के लिए होती है। प्रत्येक साल कंप्यूटर सिस्टम को अपडेट करने के बाद भी कई लोग अपने नाम की वजह से इस समस्या से जूझते हैं। मैकेंजी ने अब नामों की लिस्ट तैयार की है, जिन्हें कंप्यूटर सिस्टम पढ़ नहीं पाते और जिनका कोई तोड़ अब तक कंप्यूटर प्रोग्रामर निकाल नहीं पाए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि खुद मैकेंजी भी ऐसे हालातों के मारे हैं। वो जापान में रहते हैं, जहां सरनेम तीन अक्षर से ज्यादा के नहीं होते। जबकि मैकेंज के सरनेम में 8 अक्षर है। उन्होंने थक हार कर अपना नाम उल्टा करके लिखते हैं जैसे मैकेंजी पी. इस तरह उनके सरनेम में एक ही अक्षर रह जाता है, जिसके लिए फॉर्म में जगह होती है।
 
छिड़ी हुई है बहस
 
इंटरनेट के पैमाने तय करने वाली संस्था वर्ल्डवाइड वेब कंसर्शियम ने इस मामले पर बहस छेड़ रखी है। इसके लिए लोगों से अपनी राय देने के लिए कहा जा रहा है ताकि इस मसले का हल खोजा जा सके। मैकेंजी का कहना है कि धीरे-धीरे हालात बेहतर हो रहे हैं और किसी खास नाम आदि को लेकर कंप्यूटर सिस्टम्स में आने वाली दिक्कतों को दूर किया जा रहा है। हालांकि अमरीका की जेनिफर नल की मुसीबत का हल अभी तक नहीं मिला है।

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